Big breaking: 5 फरवरी को गुर्जर महापंचायत का ऐलान, दिल्ली चुनाव को लेकर भाजपा परेशान

5 फरवरी को गुर्जर महापंचायत का ऐलान, दिल्ली चुनाव को लेकर भाजपा परेशान

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आक्रोश- पांच फरवरी को महापंचायत. दिल्ली चुनाव में भाजपा के खिलाफत का ऐलान

भाजपा की फांस बने निर्दलीय विधायक,सदस्यता रद्द करने की मांग

टिकैत के सुलह की कोशिश को लगा झटका,बार्डर पर खूंटा गाड़ेंगे गुर्जर

सहारनपुर/देहरादून। खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार भाजपा की फांस बन गए हैं।
गुर्जर समाज ने सहारनपुर में बैठक कर महापंचायत का ऐलान कर देश भर के लाखों गुर्जर व सर्व समाज को उत्तराखण्ड के लंढौरा महल पहुंचने का आह्वान किया है। साथ ही निर्दल विधायक उमेश कुमार की सदस्यता रद्द करने को कहा है।

यही नहीं, जेल में बंद चैंपियन की जमानत नहीं होने पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ मतदान की भी अपील की।

बैठक के बाद गुर्जर समाज के अध्यक्ष वीरेंद्र गुर्जर ने वीडियो बयान जारी कर कहा कि शासन- प्रशासन ने उनकी मांगों को नहीं माना। और पांच फरवरी के बाद चैंपियन जेल से नहीं छूटेंगे।

उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन अपने वादे से मुकर चुका है। लक्सर की महापंचायत को निरस्त करवा दिया गया था।

वीरेंद्र गुर्जर ने कहा कि पांच फरवरी को चैंपियन को जमानत नहीं मिलेगी। और भी जुल्म होंगे।
उन्होंने देश भर के गुर्जर समाज को उत्तराखंड का बार्डर घेरने को कहा। वीरेंद्र गुर्जर ने सभी से सोशल मीडिया के जरिये महापंचायत के प्रचार प्रसार की भी अपील की।

वीरेंद्र गुर्जर ने कहा कि अगर पुलिस रोकती है तो वहीं खूंटा गाड़कर बैठ जाओ। उन्होंने ऐलानिया अंदाज में कहा कि अगर पांच फरवरी को चैंपियन जेल से बाहर नहीं आते तो दिल्ली के चुनाव में भाजपा को हराओ।

उन्होंने समाज के अन्य नेताओं की मौजूदगी में कहा कि उमेश कुमार पर राजद्रोह का मुकदमा चले। और उसकी विधानसभा की सदस्यता रद्द की जाय।

वीरेंद्र गुर्जर ने कहा कि प्रदेश सरकार गुर्जरों के रंगमहल को भी अपने अधिकार में लेना चाहती है। इसलिए समाज के लाखों लोग महापंचायत में हिस्सा लें और दिल्ली के चुनाव में अपनी ताकत दिखाए। वीरेंद्र गुर्जर ने कहा कि दिल्ली को गुर्जरों की दिल्ली कहा जाता है।

सहारनपुर के गुर्जर भवन में हुई बैठक के फैसलों से किसान नेता राकेश टिकैत के समझौते की कोशिश को भी करारा झटका लगा है। टिकैत ने चैंपियन-उमेश पक्ष से बातचीत कर समझौते की पहल की थी। एक दिन पहले हुए सुलह के प्रयासों को आज गुर्जर समाज की अहम बैठक ने खारिज कर दिया।

पांच फरवरी को दिल्ली विधानसभा में मतदान होना है। मतदान के दिन ही गुर्जर समाज की महापंचायत की घोषणा से प्रदेश से लेकर दिल्ली तक हलचल मच गई है।

गौरतलब है कि गुर्जर समाज लगातार हरिद्वार पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाता रहा है। उमेश को मिल रहे संरक्षण से गुर्जर समाज में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। भाजपा नेता चैंपियन को जेल और उमेश को बेल के मुद्दे पर प्रशासन गुर्जर समाज के आक्रोश की झलक पहले ही देख चुका है।

अब पांच फरवरी की गुर्जर महापंचायत ने उत्तराखंड के साथ दिल्ली भाजपा की भी धड़कनें बढ़ा दी।

 

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