नैनीताल के बस हादसे पर 10 लाख और पौड़ी बस हादसे में 5 लाख गणेश गोदियाल ने सीएम धामी को घेरा : देखें वीडियो


पौड़ी बस हादसे में अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए उत्तराखंड कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने जिले की स्वास्थ व्यवस्था और मृतकों के परिजनों को दी जाने वाली मुआवजा राशि पर सवाल उठाए हैं गोदियाल ने कहा कि 25 दिसंबर को राज्य के नैनीताल जिले में हुए बस हादसे में मृतकों के परिजनों को 10—10 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी गई।

जबकि पौड़ी बस हादसे में सीएम के ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल से ये जानकारी मिली है कि मृतकों के परिजनों को सिर्फ 4 लाख रुपए की मुआवजा राशि देने की घोषणा की गई है जो बिल्कुल न्यायसंगत नहीं, गोदियाल ने मांग की है कि मुआवजा राशि की ये अलग अलग पैमाने बदले जाए अन्यथा लोकतान्त्रिक तरीके से इसका विरोध होगा।

सोशल मीडिया पर विरोध होने के बाद बढाई गई मुआवजा राशि, पौड़ी निवासी लेखक सामाजिक कार्यकर्ता ने सोशल मीडिया पर लिखी पोस्ट
14 जनवरी मंगलवार की रिपोर्ट
पौड़ी अस्पताल में कतिपय समस्याओं पर मुख्यमंत्री ने तलब की रिपोर्ट
जिलाधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग को अस्पताल में तत्काल सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश
बस हादसे के बाद, पौड़ी अस्पताल में सामने आई अव्यवस्थाओं की शिकायत का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संज्ञान लिया है। उन्होंने पौड़ी के जिलाधिकारी से मामले में रिपोर्ट तलब करने के साथ ही, अस्पताल में सभी बुनियादी सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने बस हादसे में मृतक परिजन को कुल 5-5 लाख और गंभीर घायलों को 1-1 लाख रुपए की सहायता राशि तत्काल उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए।
बस हादसे के घायलों को पौड़ी अस्पताल में समुचित इलाज देने में अव्यवस्था, संबंधित शिकायत पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कैम्प कार्यालय में उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होने इस मामले में पौड़ी के डीएम से रिपोर्ट तलब की है, साथ ही कहा है कि लापरवाह अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाई करते हुए, अस्पताल में आपात स्थिति के लिए हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब उत्तराखंड में दूर दराज तक स्वास्थ्य सेवाओं का नेटवर्क उपलब्ध है। ऐसे में अस्पतालों में गंभीर बीमार या घायलों के उपचार में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। इसके लिए प्रदेश भर के अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं के साथ ही, आवश्यक दवाई ओर मेडिकल स्टॉफ की उपलब्धता हर वक्त सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने बस हादसे के कारणों की जांच कर परिवहन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही पाए जाने पर कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए।
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