नरेंद्र सिंह नेगी की 75वीं वर्षगांठ और रचनाधर्मिता की स्वर्ण जयंती पर 12 अगस्त को
उत्तराखण्ड लोक समाज और विनसर पब्लिशिंग कं. के तत्वावधान में 12 अगस्त को उत्तराखण्ड के अप्रतिम कवि व लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी का जन्मोत्सव राजधानी देहरादून में संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में आयोजित किया जा रहा है। नरेन्द्र सिंह नेगी जी के जन्मदिवस पर आयोजित समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार आईएएस अधिकारी ललित मोहन रयाल द्वारा नरेन्द्र सिंह नेगी के गीतों पर एकाग्र पुस्तक ‘कल फिर जब सुबह होगी’ का लोकार्पण किया जायेगा। इस पुस्तक में लेखक ने नेगी जी के 101 गीतों की मीमांसा की है। इस पुस्तक की सबसे बड़ी खासियत इस पुस्तक की भूमिका है जो इसे आज तक नेगी जी पर किये गये काम से इसे अलग स्थापित करती है, इस पुस्तक की भूमिका 66 पेज तक विस्तार पायी हुई है। यह पुस्तक प्रमुख मार्केटिंग साइट अमेजन पर उपलब्ध है और पाठकों द्वारा बड़ी संख्या में उसकी बुकिंग की जा रही है।
श्री नेगी की रचनाधर्मिता की स्वर्ण जयन्ती और जीवन यात्रा के 75 वर्ष पूर्ण होने पर यह अपनी तरह का अनूठा कार्यक्रम होगा। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि होंगे जबकि मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, विशिष्ट अतिथि होंगी। लोकगायक श्री नरेन्द्र सिंह नेगी के सान्निध्य में आयोजित हो रहे इस समारोह में दून विश्वविद्यालय की कुलपति, प्रो. सुरेखा डंगवाल, पूर्व डीजीपी व साहित्यकार अनिल के. रतूड़ी, संस्कृतिकर्मी डाॅ. नन्द किशोर हटवाल, शिक्षाविद शिवप्रसाद सेमवाल और लेखक ललित मोहन रयाल का उद्बोधन होगा।
आयोजकों की ओर से बताया गया है कि नवोदित कलाकार अंजलि खरे, प्रतीक्षा बमराड़ा, रोहित चौहान, विवेक नौटियाल एवं शैलेन्द्र पटवाल इस समारोह में श्री नेगी के चुनिंदा गीतों का गायन करेंगे। समारोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। देहरादून में यह अपनी तरह का अनूठा कार्यक्रम होगा जिसमें श्री नेगी के जन्मदिन पर उत्तराखण्डी भाषा संस्कृति के क्षेत्र में कार्य कर रहे साहित्यकार संस्कृतिकर्मी और नेगी जी के प्रसंशक देशभर से इस कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे।
इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने वालों की सुविधा के लिए आयोजन स्थल पर नेगी जी का समग्र साहित्य विनसर पब्लिशिंग कंपनी द्वारा उक्त ग्रंथ सहित मातृभाषा पर केंद्रित पुस्तकों को विशेष छूट पर उपलब्ध कराया जाएगा।