बड़ी खबर: कांग्रेस ने मनोज रावत को बनाया प्रत्याशी तो भाजपा से आशा नौटियाल का नाम लगभग तय: भाजपा को सता रहा ऐश्वर्या और कुलदीप की बगावत का भय।
- दीपक कैन्तुरा रैबार पहाड़ का
रूद्रप्रयाग: केदारनाथ उप चुनाव के लिए लंबी जद्दोजहद के बाद अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है , कांग्रेस ने एक बार फिर से पूर्व कांग्रेस विधायक मनोज रावत को टिकट दे दिया है।
इस बात का पहले से ही अंदाजा लगाया जा रहा था कि कांग्रेस मनोज रावत पर ही दांव खेलेगी क्योंकि वह क्षेत्र में लगातार सक्रिय थे और वह जनता के बीच बने हुए हैं।जिसका इनाम पार्टी ने उनको एक बार फिर से टिकट के रूप में दिया है।
लेकिन भाजपा भी असमंजस की स्थिति में है कि टिकट ऐश्वर्या रावत कों दें या फिर आशा नौटियाल या कुलदीप रावत को भाजपा के लिए तीनों लोगों के बीच में समाजास्य बैठाना है। बात करें शैलपुत्री ऐश्वर्या रावत की तो ऐश्वर्या का टिकट तब संकट में फंस गया जब शैलारानी रावत का दत्तक पुत्र जयदीप सिंह वर्तवाल ने टिकट की दावेदारी की, अब सवाल यह है कि जयदीप बर्तवाल ने यह सब कुछ खुद किया कि जयदीप के पीछे कोई और है, जिससे ऐश्वर्या रावत के टिकट पर अब धुंध छाई हुई दिखाई दे रहा है। बात करें कुलदीप सिंह रावत की जो कुछ समय पहले भाजपा में शामिल हुए और वह टिकट के लिए मजबूत उम्मीदवार है और उनके पास अपार जनसमर्थन है। लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुलदीप रावत के पक्ष में संघ संगठन की राय नहीं बन पाई वहीं बताया जा रहा है कि ऐश्वर्या और कुलदीप रावत का टिकट सोशल मीडिया पर जो बयान और ताबड़तोड़ साक्षात्कार दिए उससे दोनों उम्मीदवारों की दावेदारी को कमजोर कर दिया, वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा ने आशा नौटियाल से 2022 में वादा किया था की 2027 में आपको टिकट मिलेगा लेकिन,शैलारानी रावत के अकास्मिक निधन से सीट खाली हो गई जिससे लगता है आशा नौटियाल अपने टिकट को लेकर पहले से आश्वस्त है,आशा नौटियाल सीधी सादी और लोकप्रिय व्यवहार है और प्रदेश के महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष के पद पर विराजमान होकर भी सरल व्यवहार है सबसे बड़ी बात है वह देहरादून कम और गांव में ज्यादा रहती हैं। वहीं आशा नौटियाल ने मीडिया पर ज्यादा सक्रिय रही और ना कोई जनसभा की और सैंलेट रही जिसका फायदा उनको टिकट के रूप में मिलेगा,अब देखना होगा भाजपा कुलदीप और ऐश्वर्या रावत को कैसे मनाती है।